टैक्स बचाना एक महत्वपूर्ण वित्तीय कौशल है, जिससे आप अपनी आय पर टैक्स का बोझ कम कर सकते हैं। लेकिन कई बार लोग इसे ध्यान में रखते हुए भी सही तरीके से नहीं कर पाते हैं। इसलिए, यहां हैं 5 टैक्स बचाने के राज जो आपको आखिरी महीने की शुरुआत में करने चाहिए।
चारिटी या दान करके आप टैक्स बचा सकते हैं और साथ ही सामाजिक कार्यों में भागीदारी भी कर सकते हैं। इससे आपको न केवल टैक्स का लाभ होता है, बल्कि आपके समाज में भी एक अच्छे योगदान की स्थिति बनती है। ब्याज युक्त निवेश जैसे फिक्स्ड डिपॉजिट्स, शेयर्स, म्यूच्यूअल फंड्स, आदि में निवेश करके आप टैक्स बचा सकते हैं। इसके अलावा, इन निवेशों से आपको निरंतर आय प्राप्ति भी होता है।
टैक्स बचाने के लिए सही निवेश हर महीने करें निवेश, बनाएं आय का बंदरगाह!
वित्त वर्ष के आखिरी महीने के पास आने पर लोग अक्सर टैक्स बचाने के लिए उत्सुक हो जाते हैं। इस समय में कई लोग इन्वेस्टमेंट के लिए असमयित निर्णय लेते हैं, जो बाद में उन्हें पछताते हैं। वास्तव में, जल्दबाजी में की गई निवेश कर आप टैक्स को तो बचा लेते हैं, लेकिन उसके असली फायदे नहीं मिल पाते।
टैक्स बचाने के लिए सही तरीका है हर महीने निवेश करना। आप अपने निवेश को 12 महीनों में बांट सकते हैं, जिससे हर महीने पैसे इन्वेस्ट होते रहेंगे और साल के अंत में आपको एक अच्छा रिटर्न भी मिलेगा। इस तरह, आपका निवेश स्थिरता और लाभकारी होगा, और आप टैक्स से बचाव कर सकेंगे।
नए वित्त वर्ष से शुरू करें ये काम टैक्स बचाने के लिए सही निवेश विकल्प
टैक्स बचाने के लिए निवेश करना एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है, जिससे आप अपनी आय पर टैक्स का बोझ कम कर सकते हैं। यदि आपको अच्छा रिटर्न पाना है, तो निवेश करते समय कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना आवश्यक है। नए वित्त वर्ष, यानी अप्रैल 2024, से ही निवेश करना आपको बेहतर रिटर्न के साथ लाभ प्रदान करेगा।
नए वित्त वर्ष की शुरुआत से ही निवेश करने के फायदे हैं कि आपको साल के अंत तक उस निवेश पर मासिक ब्याज भी मिलता है, जो आपके पोर्टफोलियो को मजबूत बनाता है। इसके अलावा, नए वित्त वर्ष में निवेश करने से आप टैक्स सेविंग के साथ-साथ अधिक रिटर्न भी प्राप्त कर सकते हैं।
एम्प्लॉई प्रोविडेंट फंड (EPF) सरल टैक्स बचाने का विकल्प
वेतन पाने वाले कर्मचारियों के लिए एम्प्लॉई प्रोविडेंट फंड (EPF) एक सरल और प्रभावी टैक्स बचाने का विकल्प है। यह एक आवश्यक सामग्री है जो कर्मचारी की नियोक्ता या कंपनी द्वारा उनके मासिक वेतन से निकाला जाता है। EPF निवेश को सेक्शन 80C के तहत टैक्स डिडक्शन के लिए उपयोग किया जा सकता है, जिसमें 1.5 लाख रुपये तक का लाभ होता है।
EPF का प्रबंधन सेंट्रल ट्रस्टी बोर्ड (CBT) करता है, जो कर्मचारियों के निधि को प्रबंधित करता है और उन्हें ब्याज दर देता है। वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान, EPF पर ब्याज दर 8.25 फीसदी निर्धारित थी, जो कर्मचारियों को अच्छा रिटर्न प्राप्त करने में मदद करता है।
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) टैक्स सेविंग का शानदार और सुरक्षित विकल्प
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) एक शानदार और सुरक्षित विकल्प है जो टैक्स सेविंग के लिए अधिकतर लोगों के द्वारा पसंद किया जाता है। इसमें पैसा निवेश करके आप अच्छा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं, परंतु इसमें समझदारी से निवेश करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
PPF में निवेश करने के लिए, आपको सालाना नहीं, बल्कि मासिक धारा में निवेश करना चाहिए। हर महीने की 5 तारीख को पैसे जमा करवाने से आपको ब्याज के साथ-साथ पूरे साल के दौरान बेहतर रिटर्न मिल सकता है। इसके अलावा, PPF में निवेश करने पर धारा 80C के तहत 1.50 लाख रुपये तक का टैक्स डिडक्शन भी मिलता है।
म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में ELSS टैक्स बचाने का सरल और लाभकारी विकल्प
म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में निवेश करना एक उत्कृष्ट विकल्प है जो टैक्स सेविंग के लिए बहुत ही लोकप्रिय है। इसमें आप विभिन्न निवेश विकल्पों में अपना पैसा निवेश कर सकते हैं, जैसे कि शेयर, बॉन्ड्स, या संयुक्त निवेश।
टैक्स सेविंग के लिए, आप इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ELSS) में निवेश कर सकते हैं, जो आयकर धारा 80C के तहत 1.50 लाख रुपये तक के निवेश पर टैक्स डिडक्शन का लाभ प्रदान करता है। ELSS में निवेश करने का एक मुख्य लाभ यह है कि आपको टैक्स बचाने के साथ-साथ बेहतर रिटर्न भी प्राप्त होता है। इन फंड्स के रिटर्न और गतिशीलता का स्तर अन्य टैक्स सेविंग विकल्पों के मुकाबले अधिक होता है।
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