अगर आप रोज़ाना या महीने में थोड़ा-थोड़ा पैसा बचाकर भविष्य के लिए बड़ा फंड तैयार करना चाहते हैं, तो SBI Magnum Multicap Fund आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। यह फंड उन निवेशकों के लिए सही है जो लंबी अवधि में अपने पैसे पर बेहतर रिटर्न की उम्मीद रखते हैं। खास बात यह है कि यह फंड आपके पैसे को अलग-अलग क्षेत्रों और कंपनियों में निवेश करता है, जिससे आपके निवेश का जोखिम कम हो जाता है। यदि आप किसी ऐसे विकल्प की तलाश में हैं,
जानिए SBI Magnum Multicap Fund के बारे में
SBI Magnum Multicap Fund एक ऐसा म्यूचुअल फंड है जो आपके पैसे को बड़ी, मध्यम और छोटी कंपनियों के शेयरों में निवेश करता है। इससे आपके निवेश का वितरण कई क्षेत्रों में होता है, जिससे जोखिम कम हो जाता है और आपको विविध पोर्टफोलियो का लाभ मिलता है।
पिछले कुछ वर्षों में इस फंड ने औसतन 14-15% के बीच सालाना रिटर्न दिया है। हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि म्यूचुअल फंड का प्रदर्शन बाजार की स्थिति पर निर्भर करता है, इसलिए रिटर्न में उतार-चढ़ाव हो सकता है।
कितना ₹2000 की SIP से 20 साल में बनेगा,जानिए
अगर आप हर महीने ₹2000 की SIP शुरू करते हैं और इसे लगातार 20 साल तक जारी रखते हैं, तो कुल जमा राशि ₹4,80,000 होगी। लेकिन कंपाउंडिंग के जादू से यह रकम बढ़कर लगभग ₹28.40 लाख तक हो सकती है। इसमें ₹23.60 लाख ब्याज के रूप में मिलेगा। कंपाउंडिंग का फायदा यह है कि आपको केवल जमा राशि पर ही नहीं, बल्कि पहले मिले ब्याज पर भी आगे ब्याज मिलता है, जिससे रकम तेजी से बढ़ती है।
कंपाउंडिंग के जादू के बारे में
अगर आप लंबे समय तक नियमित रूप से निवेश करते हैं, तो कंपाउंडिंग का फायदा आपको सबसे अधिक मिलता है। कंपाउंडिंग का मतलब है कि आपके निवेश पर मिलने वाला ब्याज भी अगली बार निवेश का हिस्सा बन जाता है और उस पर भी ब्याज मिलने लगता है। यही प्रक्रिया हर साल दोहराने से आपका पैसा तेजी से बढ़ता है। इसलिए जितना लंबा समय होगा, आपका फंड उतना ही बड़ा बनेगा।
SBI Magnum Multicap Fund उन निवेशकों के लिए एक अच्छा विकल्प है, जो कम जोखिम के साथ बेहतर रिटर्न की उम्मीद रखते हैं। यह फंड आपके पैसे को बड़ी, मध्यम और छोटी कंपनियों में निवेश करता है, जिससे जोखिम संतुलित रहता है। नए निवेशकों के लिए भी यह फंड फायदेमंद है क्योंकि यह उन्हें अलग-अलग सेक्टरों में निवेश करने का अनुभव देता है। लंबे समय तक निवेश करने पर कंपाउंडिंग का असर और भी बढ़ जाता है, जिससे आप अपने आर्थिक लक्ष्यों को आसानी से हासिल कर सकते हैं।