Mutual Funds Scheme: रिटायरमेंट के लिए नई स्कीम हुई लॉन्च…

आधुनिक जीवनशैली में, जहाँ तकनीकी और आर्थिक परिवर्तन समान रूप से प्रभाव डाल रहे हैं, वहीं रिटायरमेंट की योजना बनाना भी एक जरूरी कदम बन गया है। ध्यान रखते हुए कि जीवन की अधिकतर चरणों में जनता की औसत उम्र बढ़ रही है, वित्तीय सलाहकारों की सलाह है कि अब शुरूआत में ही रिटायरमेंट की योजना बनाना और उसे साकार करने के लिए बचत और निवेश को प्राथमिकता देनी चाहिए। 

रिटायरमेंट के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए, म्यूचुअल फंड की रिटायरमेंट कैटेगरी के माध्यम से इक्विटी में निवेश करने के दो बड़े लाभ होते हैं। पहला लाभ है कि इक्विटी में निवेश द्वारा दर्जनों वर्षों तक निवेश की गई धनराशि महंगाई को मात दे सकती है, जो आपको वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है। दूसरा, ‘रिटायरमेंट’ नाम से फंड का उपयोग करके आप अपने खास लक्ष्य के प्रति प्रतिबद्धता को बनाए रख सकते हैं, जिसे विशेषज्ञ ‘मेंटल अकाउंटिंग’ कहते हैं। इसलिए, आज ही शुरू करें अपनी रिटायरमेंट की योजना और निवेश को बढ़ाएं।

रिटायरमेंट के लिए लंबी अवधि में निवेश: आपकी आर्थिक सुरक्षा का संवारक

रिटायरमेंट की योजना बनाते समय निवेश का महत्वपूर्ण अंग है, और इसमें निरंतर निवेश की आवश्यकता होती है। निवेश के माध्यम से लंबे समय तक वित्तीय सुरक्षा की सुनिश्चितता मिलती है, जिससे आप अपने रिटायरमेंट के लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं। 

पीजीआईएम इंडिया के सीआओ, विनय पहाड़िया, के अनुसार, भारत अगले कुछ सालों में विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक बन रहा है। इसमें निवेश करते समय, लंबी अवधि में कंपाउंडिंग के लाभ को ध्यान में रखना बेहद महत्वपूर्ण है। 

लंबे समय तक निवेश करने पर, आप अच्छे क्वालिटी वाले शेयरों का पोर्टफोलियो बना सकते हैं जो कैपिटल-एफिशिएंट तरीके से तेज ग्रोथ कर सकते हैं। इससे आपको लंबे समय तक संचित धनराशि का उपयोग करके आर्थिक सुरक्षा मिलती है। ऐसे निवेश के माध्यम से आप अपने रिटायरमेंट के लिए एक मजबूत आधार बना सकते हैं और अपने सपनों को साकार करने की साख दे सकते हैं।

आज के दिन के फंड्स: एक परिचय

वित्तीय निवेश एक महत्वपूर्ण कदम है जो हर व्यक्ति को अपने भविष्य की आर्थिक सुरक्षा की दिशा में आगे बढ़ने में मदद करता है। भारतीय बाजार में निवेश के लिए कई विकल्प हैं, और पीजीआईएम इंडिया रिटायरमेंट फंड एक ऐसा विकल्प है जो आपको लंबे समय तक सुरक्षित और सामृद्धि की दिशा में ले जाता है।

एग्जिट लोड: शून्य – एग्जिट लोड के अभाव में, आप अपनी निवेश से किसी भी समय में निकास कर सकते हैं, बिना किसी शुल्क के।

लॉक इन अवधि: 5 साल या रिटायरमेंट की आयु (60 साल) तक – आपका निवेश 5 साल तक लॉक होता है या जब तक आप 60 साल की आयु में नहीं पहुंच जाते। इसका अर्थ है कि आपको निवेश को बारहवें महीने से पहले निकास नहीं कर सकते।

एसआईपी के लिए न्यूनतम निवेश: आपको कम से कम 5 इंस्टॉलमेंट और प्रति किस्त कम से कम 1,000 रुपये का निवेश करना होगा। इसके बाद, आप 1 रुपये/ के मल्टीपल में कितना भी निवेश कर सकते हैं।

फायदे:

1. लंबे समय के लिए निवेश: यह फंड आपको आपके भविष्य के लिए निवेश करने का मौका देता है, जिससे आप लंबे समय तक निवेश की सुरक्षा और बढ़ती हुई मान्यता का लाभ उठा सकते हैं।

2. अत्यंत अनुकूल लॉक-इन अवधि: यह फंड आपको आराम से निवेश के लिए समय देता है, जिससे आप अपनी निवेश की निर्णय लेने के लिए ठीक समय पर हो सकते हैं।

3. नियमित निवेश की सुविधा: आप नियमित अंतराल पर निवेश करके अपने फंड को बढ़ावा दे सकते हैं, जो आपके लिए आर्थिक स्थिरता की दिशा में मददगार हो सकता है।

पीजीआईएम इंडिया रिटायरमेंट फंड: आपके सुनहरे वर्षों के लिए एक निवेश विकल्प

पीजीआईएम इंडिया म्यूचुअल फंड ने अब अपने नए ओपन-एंडेड फंड, पीजीआईएम इंडिया रिटायरमेंट फंड की घोषणा की है, जो निवेशकों को उनके आवासीय जीवन के लिए एक सुरक्षित और लाभकारी विकल्प प्रदान करता है। इस फंड में निवेशकों को लॉक-इन करने का विकल्प है, जिसमें 5 साल या 60 साल की रिटायरमेंट की उम्र तक का समय सीमित होता है। 

यह फंड निवेशकों को विभिन्न विकल्पों में निवेश करने का मौका देता है, जैसे कि इक्विटी, इक्विटी संबंधित विकल्प, आरईआईटी (REITs) और इनविट (InviTs), और फिक्स्ड इनकम सिक्योरिटीज, जो निवेशकों को बेहतर रिटर्न प्राप्त करने में मदद करता है। 

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