केंद्र सरकार द्वारा देश भर के गरीब एवं गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों के लिए खाद्यान्न की व्यवस्था कराई जाती है। हालाँकि इसके लिए लाभार्थी के पास राशन कार्ड का होना अनिवार्य है। राशन कार्ड जिस व्यक्ति के पास नहीं होगा वह सरकारी राशन की मशीन से मुफ्त राशन नहीं प्राप्त कर सकेगा। लेकिन राशन कार्ड में नए-नए नियम बदल रहे हैं। ऐसे में अगर आप एक राशन कार्ड धारक है, तो आपके लिए यह जानकारी नितांत आवश्यक है। तो आइए शुरू करते हैं।
राशन कार्ड किनके लिए है जरूरी
भारत सरकार देश के उन लोगों के लिए मुफ्त खाद्यान्न की व्यवस्था करती है, जो गरीब या अत्यंत गरीबी की श्रेणी में आते हैं। खासकर तीन तरह के राशन कार्ड लाभार्थियों को उपलब्ध कराए जाते हैं। जिनमें से एपीएल राशन कार्ड, बीपीएल राशन कार्ड और अंत्योदय राशन कार्ड होते हैं। राशन कार्ड में मौजूद प्रत्येक लाभार्थी पर 5 किलो अनाज प्रतिमाह देने का प्रावधान है। जिसके अंतर्गत दो किलो चावल और 3 किलो गेहूं प्रत्येक व्यक्ति की दर से दिया जाता है।
प्रतिमाह राशन लेने के लिए ऐसा करें वरना
जब आप एक राशन कार्ड धारक है और आपने अभी तक अपनी ई – केवाईसी नहीं करवाई या किसी कारणवस नहीं हो सकी है, तो आपको तुरंत जाकर अपने नजदीकी राशन दुकानदार के पीओएस मशीन के जरिए ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी करनी चाहिए। अगर आपने 31 मार्च 2025 से पहले ई-केवाईसी की प्रक्रिया को पूरा नहीं दिया, तो अप्रैल से मिलने वाले राशन से आप वंचित रह जाएंगे।
नए नियम के तहत क्या होगा लाभ
सरकार द्वारा राशन कार्ड धारकों की केवाईसी की प्रक्रिया इसलिए अनिवार्य कर दी गई है, जिससे कोई अपात्र व्यक्ति इस सुविधा का लाभ न उठा ले सके। सरकार राशन कार्ड योजना के तहत सभी जरूरतमंद लोगों तक राशन के अलावा अन्य सामग्रियों को पहुंचना सुनिश्चित करना चाहती है, जिससे किसी प्रकार का असंतुलन उत्पन्न न हो।