जैसा कि हम सभी जानते हैं हमारे देश में सरकारी कर्मचारियों को नौकरी से रिटायर होने की औसत उम्र 60 वर्ष मानी जाती है। लेकिन क्या यह 60 वर्ष की उम्र रिटायरमेंट के लिए सही है या नहीं। औसतन एक व्यक्ति के सरकारी नौकरी लगने की उम्र 25 भी मानी जाए तो 35 वर्षों की सेवा करने के पश्चात 60 वर्ष की उम्र में रिटायर होता है। लेकिन इस फैसले में क्या है। तो आइए जानते हैं हाईकोर्ट से आए एक अहम फैसले के बारे में
हाईकोर्ट ने दिया कर्मचारियो को राहत
दिल्ली हाई कोर्ट ने रिटायरमेंट की उम्र को लेकर एक आम फैसला दिया है, जिससे सरकारी कर्मचारियों में बेहद खुशी की लहर है। सामान्यतया रिटायरमेंट होने की उम्र हमारे देश में 60 वर्ष मानी जाती है, लेकिन कई राज्यों में रिटायरमेंट की उम्र भी यही निर्धारित की गई है। इसके अलावा ज्यादा उम्र होने वजह से कर्मचारियों में स्वास्थ्य संबंधित दिक्कतें देखी जाती है। जिसको लेकर हाईकोर्ट ने राहत दी है।
ये रहा दिल्ली हाई कोर्ट का फैसला
हाई कोर्ट ने एक फैसले में अहम आदेश देते हुए कहा कि रिटायरमेंट की उम्र 60 वर्ष निर्धारित करना कर्मचारी के लिए सही नहीं है। जिस किसी कर्मचारी की शारीरिक क्षमता कम हो या शरीर की वजह से उसे काम करने में दिक्कत हो, ऐसी स्थिति में उसके पास विकल्प होना चाहिए।
कोर्ट ने साफ-साफ कहा कि सरकारी कर्मचारियों को अपने कार्यकाल में रिटायरमेंट का फैसला शारीरिक और मानसिक स्थिति के अनुसार स्वयं लेना चाहिए। इस फैसले के बाद 60 वर्ष में रिटायरमेंट वाली बाध्यता स्वतः समाप्त हो जाती है।
इन सरकारी कर्मचारियों को होगा इस फैसले से फायदा
बता दे किया फैसला दिल्ली पर लागू नहीं किया जा सकता। लेकिन देश के अन्य राज्यों के लोग अपनी स्वेच्छा के अनुसार रिटायरमेंट ले सकते हैं। वहीं अगर आप कर्मचारियों में काम के प्रति निष्ठा और शारीरिक क्षमता ठीक होने की दशा में उसके रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाई जा सकती है।